khan sir: पटना वाले खान सर. का नाम कैसे पड़ा खान सर खुद बताया खान सर ने

khan sir: पटना वाले खान सर. का नाम कैसे पड़ा खान सर खुद बताया खान सर ने

पटना वाले खान सर का जलवा ही अलग है वह यूट्यूब पर और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से कोचिंग सेंटर चलाते हैं जो इतने फेमस हैं कि यूट्यूब पर उनकी वीडियो धमाल मचा देती हैं इतना ही नहीं वे दुनिया का सबसे बड़ा यूट्यूब चैनल खान सर का ही है जो एजुकेशन परपस के लिए बनाया गया है 


2020 19 में जब लोग डाउन लगा उसके बाद हर वह व्यक्ति जो नेट नहीं चलाता था सभी इंटरनेट पर आ गए और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने लगे बहुत सारे लोगों की किस्मत बदल गई इसी तरह khan sir  भी सोशल मीडिया के माध्यम से ऑनलाइन आ गए और बच्चों को पढ़ाना शुरू किया उन्होंने अपना एक यूट्यूब चैनल खोला जिसका नाम है खान g sरिसर्च सेंटर ही क्यों पड़ा खान सर जब एक शो के दौरान अपनी ही जुबानी बताएं

khan sir



हमने देखा है कि टीचर हमेशा सरनेम उसके टाइटल से बुलाया जाता है यह उसका नाम ही भी उसके टाइटल से ही रखा जाता है तो हमारे भी मन में आया कि क्या नाम रखा जाए जो भी स्टूडेंट थे हमारे उन्होंने खान सर बुलाना शुरू किया और कहा कि सर जैसा आप कहते हैं ऐसा लगता  ही नहीं है कि आप जीएस पर आ रहे हैं ऐसा लगता है कि हम जीएस में रिसर्च कर रहे हैं तो हमने नाम रख दिया खान जी एस रिसर्च सेंटर


खान सर ने यह भी बताया कि जो भी नाम रखता है उसको नहीं पता होता कि आगे चलकर उसकी कोचिंग का नाम कितना मशहूर होगा उन्होंने कहा कि अगर शुरुआत में अगर किसी को पता होगा कि ऐसा होने वाला है वह कुछ सोच कर और भी नाम रख सकता है मजाकिया लहजे में उन्होंने कहा कि नाम तो  कुछ भी रख सकते हैंkhan sir हमको आईडिया था आगे क्या होगा हम सब पढ़ा रहे थे हमें 6 लोगों से शुरुआत की थी हम आज इतने ज्यादा हो गए हैं हमें भी नहीं पता है

 खान सर की कोचिंग की शुरुआत कैसे हुई थी

घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी तो पापा ने कहा कि तुम कुछ कर लो कुछ सीख लो उस समय हमें समझ नहीं आया क्या सीखे क्या पढ़े तो फिर इसीलिए शुरुआत में हमने वेल्डिंग का काम करना शुरू कर दिया  उन्होंने कई शो में बताया है कि वह वेल्डिंग का काम शुरू किए थे और आज उन्होंने फिर एक इंटरव्यू में बताया फिर जेसीबी चलाना सीखा लेकिन फिर एक दिन हमारे दोस्तों ने कहा कि इन सब से कोई काम नहीं चलेगा इसके बाद में हमने होम ट्यूशन देना शुरू किया कहां लड़के सब हमारी ही तरह थे कोई पढ़ना नहीं चाहता था लेकिन जब हमने पढ़ाना शुरू किया तो उनका मन लगने लगा आसपास के लोगों ने भी अपने बच्चों को हमारे पास पढ़ाने के लिए भेजना शुरू किया बाद में हमारे पास कोचिंग सेंटर से ऑफर आने लगे तो हमने वहां से शुरू बात करते हुए एक दिन अपना ही कोचिंग सेंटर खोल दिया


 ना कमाल की बात यह कहा खान सर ने कि हमने खुद का अपना कोचिंग सेंटर ओपन किया


 खान सर ने यह भी बताया कि बताया उनका पढ़ाई में इसीलिए मन नहीं लगता था क्योंकि जो भी टीचर जो भी सब्जेक्ट उन्हें पढ़ाते थे वह उन्हें समझ नहीं आता था इसीलिए उन्होंने जब पढ़ना शुरू किया अपने अलग तरीके से पढ़ाया



दोस्तों मैं पिछले 4 साल से ब्लॉगिंग कर रहा हूं मुझे पढ़ना और लिखना बहुत पसंद है इसलिए मैं आप तक सही जानकारी देने की कोशिश करता हूं

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