चावल के टोटके: चढ़ाएं चावल के सिर्फ 5 दाने, प्राप्त होगी है शिव जी की कृपा, जानें कब करें ये उपाय
चावल के टोटके का हिंदू धर्म में बढा ही महत्व है (Chawal totke in hindu religion)। हम में की लोगों की जिंदगी में ऐसा होता है कि कई बार अनेकों किसी काम के लिए तरह तरह के प्रयास करने के बावजूद हमें सफलता नहीं मिलती। या अगर हमें सफलता मिलती भी है तो सिर्फ कुछ समय के लिए। हम में से हर एक इंसान अपने जीवन में धन और संपत्ति कमाने के लिए कई तरह के प्रयास करता ही करता है। आज हम आपको इस लेख में कुछ ऐसे उपाए बता रहे हैं, जिनको करने से आप की सभी परेशानियों का समाधान हो जाएगा। जी हां दोस्तों यह बात सोलह आने सच है आज हम बात कर रहे हैं, अक्षत यानी चावल (Rice totke) के बारे में। हमारे धर्म ग्रंथों मे चावल यानि अक्षत (Rice totke in hindi) को पवित्र कहा गया है। सनातन धर्म (Sanatan Dharma) में अक्षत यानी चावल (Rice)के बिना कोई भी पूजा-पाठ अधूरा ही रहता है।
यही वजह है कि भक्तों के पूजाघर में अक्षत यानी चावल (Rice) हमेशा मौजूद ही होते हैं। वैसे इस बात से तो आप भी अनजान नहीं होंगे की भगवान् शिव की पूजा में उन्हें हल्दी नहीं चढ़ाई जाती है। इस के अलावा इसी प्रकार भगवान गणेश को तुलसी चढ़ाना निषेध कहा गया है। देवी दुर्गा को हम दूर्वा नहीं चढा सकते लेकिन अक्षत यानी चावल (Rice) विष्णु जी को नहीं चढ़ाया जाता है, तो चलिए आज हम आपको अक्षत यानी चावल (Rice) से जुड़े कुछ ऐसे खास उपायों के बारे में बताएंगे जिनको अपनाकर आप पर लक्ष्मी मां की कृपा होगी।
तो चलिए जानते हैं चावल से होने वाले कुछ लाभ जिनसे आप पर बरसेगी धन की वर्षा
1-टूटे हुए चावल ना चढ़ाएं
हमारे धर्म शास्त्र के अनुसार किसी भी देवी-देवता या फिर कोई भी पूजा में टूटे हुए चावल को कभी भी नहीं चढ़ाना चाहिए। दरअसल अक्षत यानी चावल (Rice) को पूर्णता का प्रतीक माना गया है। इसलिए टूटे हुए चावल (Rice) को कभी भी भगवान को समर्पित नहीं करना चाहिए, ये बड़ा ही अशुभ माना गया है। किंतु, रोजाना चावल के 5 दाने पूजा में चढ़ाने धन और संपत्ति में वृद्धि होती है।
2-भगवान शिव होते हैं प्रसन्न और होती है उनकी क्रुपा
हमारे ग्रंथों में इस बात का विशेष रूप से उल्लेख किया गया है कि अगर आप शिवलिंग पर अक्षत यानी चावल (Rice) अर्पित करते हैं तो इससे भगवान शिव अपने भक्तों से बहुत ही प्रसन्न होते हैं और भगवान शिव अपने भक्तों पर अपनी असिम क्रुपा बनाए ही रखते हैं। इसके अलावा आप इस बात का ध्यान रखें कि कभी भी भगवान शिव को भी टूटे हुए चावल अर्पित नहीं करने चाहिए। याद रखें की अगर आप हर दिन ही शिव जी को अक्षत यानी चावल (Rice) समर्पित करना अपनी एक आदत ही बना लेते हैं तो आपके जीवन के हर एक कष्ट दूर हो जाते हैं। इसके अलावा शुक्ल पक्ष या माह की किसी भी चतुर्थी को सिर्फ 5 दाने चावल शिव जी को चढ़ाने से भी हमें अति उत्तम फल प्राप्त होता है।
3-कुमकुम और अक्षत का मेल सर्वश्रेष्ठ
हमारे अन्न में अक्षत को हमेशा से ही सर्वश्रेष्ठ भी माना गया है, यही कारण है कि हमारे सभी देवी देवताओं पर चावल ही चढ़ाए जाते हैं। चावल के साथ ही बिना कुमकुम लगाए भी सनातन धर्म में हर क्रिया असफल मानी जाती है। जैसे भगवान को भी कुमकुम के साथ अक्षत चढ़ाना पुण्य से माना गया है, तो वहीं पूजा पाठ में जातकों को भी कुमकुम और अक्षत के साथ टीका किया जाता है।