क्या केरल में बच्चे सच में बनेंगे मौसम वैज्ञानिक?और केरल के स्कूलों में बनाया जाएगा! मौसम केंद्र कैसे आइए जानते हैं|

क्या केरल में बच्चे सच में बनेंगे मौसम वैज्ञानिक?और केरल के स्कूलों में बनाया जाएगा! मौसम केंद्र कैसे आइए जानते हैं|


सरकार ने युवा पीढ़ी को जलवायु परिवर्तन को समझने और  केरल में आने वाली नेचुरल डिजास्टर को केंद्र में रखकर इस योजना का शुभारंभ किया गया है| केरल के सरकारी स्कूलों में बच्चों को  मौसम वैज्ञानिक बनाने के लिए तैयारी चल रही है|इस योजना को स्थापित करने के लिए सरकार ने केरल के 240 स्कूलों में जल्दी ही मौसम केंद्र स्थापित करेगा, जिसमें मौसम में हुए रोज के बदलाव को दर्ज किया जाएगा|



यह पहल देश की पहली पहल मानी जा रही है,क्योंकि इससे पहले अभी कोई भी सरकार इस तरह का कदम नहीं उठाया था|यह प्रोजेक्ट युवा पीढ़ी को मौसम में हुए परिवर्तन को समझने में मदद करेगी  दक्षिणी राज्य में बार बार आने वाले नेचुरल डिजास्टर आवश्यक सावधानी बरतने के लिए बच्चों को प्रशिक्षित करने का एक प्रयास है|प्रदेश के सामान्य शिक्षा मंत्री वी Sivan kutty शुक्रवार को कोझिकोड के Kanna उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अभिनव का जिला स्तरीय स्तर पर उद्घाटन किया गया|


 इस दौरान समारोह में उन्होंने कहा की सामान्य शिक्षा विभाग ने राज्य के 240 स्कूलों में यह 

 मौसम विज्ञान केंद्र खोला जाएगा जिसकी सरकार ने प्रक्रिया शुरू कर दी है और यह देश की इस तरह की पहली पहल है. उन्होंने यह भी कहा छात्रों ने मौसम विज्ञान  के पाठ्य पुस्तकों से जो भी सीखा है उसको एक्सपेरिमेंट कर पाएंगे और उसको एक प्रैक्टिकल रूप यानी व्यावहारिक रूप से सीख पाएंगे|


स्टूडेंट्स क्या करना होगा काम?


इस योजना पर शिक्षा मंत्री ने कहा स्कूल मौसम विज्ञान केंद्रों के माध्यम से  वायुमंडलीय परिवर्तन स्थितियों में होने वाले बदलाव की या परिवर्तन की निगरानी करेंगे और उनको रिकॉर्ड भी किया जाएगा. इस तरह से हर बच्चे को वेदर ऑब्जर्वर(Weather observer) बनाया जा सकता है. इसमें इकट्ठा किए गए सारे डेटा को आगे सुरक्षित करके उससे रिसर्च किया जाएगा

जितने भी स्कूल है उसमें वर्षा मापक, थर्मामीटर और मौसम डाटा बैंक सहित 13 उपकरण को रखा जाएगा|


जिला कोझिकोड के उन 18 सरकारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मौसम विज्ञान केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं,जहां पर वैकल्पिक विषय के रूप में भूगोल को रखा गया है| इसमें बच्चे अपने क्षेत्र में  होने वाले वर्षा, हवा की गति वायुमंडलीय  दबाव का निरीक्षण करेंगे| इस तरह से स्कूल मौसम केंद्र हासिल आंकड़ों  को छात्र स्वयं चार्ट पर अंकित करेंगे|


दोस्तों मैं पिछले 4 साल से ब्लॉगिंग कर रहा हूं मुझे पढ़ना और लिखना बहुत पसंद है इसलिए मैं आप तक सही जानकारी देने की कोशिश करता हूं

एक टिप्पणी भेजें

Please Select Embedded Mode To Show The Comment System.*

और नया पुराने