मौत के बाद परिजन इन इशारों से कराते हैं अपनी मौजूदगी का एहसास

 मौत के बाद परिजन इन इशारों से कराते हैं अपनी मौजूदगी का एहसास

हमारे किसी भी परिवार वाले की असमय मौत होने से परिवार के लोगों को काफी दुख और तकलीफ होती है। परिवार वालों के साथ उनका लगाव ऐसा होता है कि वह कई संकेतों से हम मर जाने के बाद भी उन्हें अपनी मौजूदगी का अहसास करवाते हैं। मरने के बाद अपनी मौजूदगी का एहसास कराना उनको किसी को डराना नहीं होता है।

अपने परिवार के सदस्यों को खोने का दर्द बहुत ही बुरा होता है। अक्सर हम देखते हैं कि कुछ लोगों की अकाल मौत होती है और कुछ लोग लंबी बीमारी के बाद इस दुनिया को अलविदा कह देते हैं। चाहे कुछ भी हो लेकिन अपनों को खोने का गम हमें काफी परेशान करता रहता है। किसी अपने की मौत के भयावह सच को स्वीकार ना हमारे लिए बहुत ही मुश्किल होता है और हमेशा हमें उनकी याद सताती रहती है। लगातार कई लोगों को अपने परिजन मरने के बाद भी सपने में आते रहते हैं। इन सभी बातों को लेकर अक्सर हमारे मन में यह सवाल होता है कि क्या वह मरने के बाद हमसे दूर हो गए हैं या अब भी हमारे पास हैं।

 

मौत के बाद परिजन इन इशारों से कराते हैं अपनी मौजूदगी का एहसास

मरने के बाद भी ऐसे देते हैं इशारा 

अक्सर ही हम सुनते हैं की असमय मृत्यु होने से उनकी चिंता आत्माएं भटकती रहती है। इतना ही नहीं धर्म पुराणों में भी इस बात का जिक्र किया गया है। यहां तक कि इस बात का उल्लेख भी किया गया है कि वह अपने परिजनों को देख भी सकते हैं और सुन भी सकते हैं। इतना ही नहीं अपनी बात तो किसी जरिए से उन तक पहुंचा भी सकते हैं। तो चलिए आज हम जानते हैं कि मरने के बाद व्यक्ति की आत्मा अपने परिजनों के लिए क्या कर सकती है

-       मर जाने के बाद भी मृत व्यक्ति अपने परिवार वालों को देख और सुन सकते हैं। इतना ही नहीं वह यह भी जान सकते हैं कि उनके परिवार वाले किस हाल में है और मुश्किल समय में आप उनसे मदद के लिए प्रार्थना भी कर सकते हैं।।

 

-       आत्माएं अपने परिवार वालों को यह अहसास कराती है कि वह हमेशा से उनके साथ है। यही वजह है कि कई बार हमें ऐसा महसूस होता है कि जैसे कोई आहट हुई है या किसी की धीरे की खांसने की आवाज आई है, जो मौत परिजन के वहां मौजूद होने का एहसास कराता है।

अगर आप अपने मरे हुए परिजन के बारे में अलग प्रकार की सोच रखते हैं और आप सिर्फ अच्छाई का दिखावा करते हैं तो आपको बता देना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि हम मर जाने के बाद किसी भी व्यक्ति को यह बात छुपी नहीं रहती है इसलिए आपको मरीज आने वाले व्यक्ति के लिए अपने दिल में कोई भी कड़वाहट नहीं रखनी चाहिए कुछ तो हमारे धर्म पुराणों में भी यह बात कही गई है कि किसी की बारे में भी हमें कभी भी बुरा नहीं सोचना चाहिए।

-       हमें आत्माओं की मौजूदगी का एहसास होता है इसके पीछे का मकसद यह नहीं होता है कि आत्मा है हमें डराना चाहती हैं। कई बार ऐसा भी होता है कि असामान्य तरीकों से हो अपने परिवार वालों को सिर्फ अपनी मौजूदगी का एहसास कराना चाहते हैं।

-       कई बार ऐसा होता है कि हमारे कुछ परिजनों की मौत हो जाने के बाद वह दोबारा से बच्चे के रूप में जन्म लेते हैं। दरअसल बच्चे के रूप में जन्म लेने के लिए आत्माओं को परिवार के प्रति उनका लगाव मजबूर कर देता है। अक्सर हम देखते हैं कि कुछ बच्चों में हमारे परिजनों की आदत है बोलचाल उनका रहन-सहन हूबहू तरीका देखने को मिलता है।

 

डिस्क्लेमर - इस आर्टिकल में लिखी में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी हम नहीं ले रहे है। विभिन्न ज्योतिषियों/माध्यमों/धर्मग्रंथों/पंचांग/मान्यताओं/ प्रवचनों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज आपको सूचना पहुंचाना ही है, इसके जातक इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी कदम की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।)

 

 


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